श्वेता सिंह
BTC(सुलतानपुर)
वर्तमान समाज में नारी – दशा
वर्तमान समय में जो नारी की स्थिति है वह पहले से भी कहीं बत्तर होती जा रही है जीवन से जुड़े सभी क्षेत्रों में नारी पर अत्याचार एवं शोषण किया जा रहा है अतः अब आवश्यकता इस बात की है हम स्वयं जागरूक हो एवं अपने प्रति हो रहे दिन प्रतिदिन बढते अत्याचारों का विरोध तो करें ही साथ में हर कदम पर सतर्क रहें ।
इसके लिए कुछ ध्याज्य तथ्य निम्नांकित है :-
1. सर्वप्रथम हम संवेदनशीलता तथा सहयोग की भावना को अपनाना होगा ताकि हम अपने साथ एवं अपनी बहनों के साथ हो रहे अत्याचार का विरोध कर सकें ।
2. यदि मौके पर ही हम अपना नारी समूह बना के तो विरोध के साथ उन्हें हम दण्डित भी करते है ।
3. हमे अपने बच्चों को नैतिकता का विकास करना चाहिए चाहे वह बेटी हो या बेटा ।
4. जहाँ तक हो सके बच्चों को T.V. एवं फेसबुक से दूर ही रखे क्योंकि यही से उनकी मानसिकता बदलने लगती है, साथ ही उनके फेसबुक को भी चेक करते रहे ।
5. छोटे बच्चों को सही- गलत व्यवहार एवं स्पर्श का ज्ञान कराये एवं लडको को हमेशा दूसरों की मदद करने की आदत डालें ।
6. बच्चों को पढने-लिखने, खेलने, घर के छोटे मोटे कामों में लगायें उनके साथ माता पिता वक्त बिताये तथा दिन भर के क्रियाकलाप शिक्षक एवं दोस्तों के व्यवहार की जानकारी भी दोस्त बनकर बातों- बातों में ले ताकि यह भी पता चले कि उनकी संगत कैसी है ।
7. किशोर लड़कियाँ लडको से दोस्ती तो करें परन्तु एक दुरी बनी रहे व घर से बाहर उनके साथ ज्यादा वक्त न बिताये । बेटा तथा बेटी दोनों से कहें कि समय पर घर वापस आयें ।
8. हमे स्वयं को कमजोर नही महसूस करना है । यदि थोड़ी सी भी गलत हरकत कोई करता है चाहे वह घर का हो या बाहर का दोस्तों हो या रिश्तेदार तुरंत कड़े शब्दों में फटकारे तथा आवश्यकता पड़ने पर माता-पिता को सूचित करें ।
9. जूडो-कराटे सीखना भी अच्छा उपाय है । साथ ही बहला-फुसला कर लडको को भ्रमित करें । स्प्रे भी अच्छा उपाय है।
10. यदि कक्षा में लड़के कमेन्ट करते है तो उसे नज़र अंदाज न करके अध्यापक या प्रधानाचार्य को सूचित करें क्योंकि आपको सभी से ही विरोध करना है
इस प्रकार हमें ” आज की नारी, हालात की मारी ।।” वाले कथन को झूठा साबित करना है आज से ——- हम सब साथ है ।”