Aarti Gupta
Virangana Activist Group
हम लडकियों और लड़को में अंतर क्यों करते है ?
ऐसा क्यों समझा जाता है की लड़के लडकियों से
ज्यादा काम करते है ?
क्या लडकियों को हक नहीं है की वे पैसा कमाकर या और किसी तरह से अपने
माँ- बाप का सहारा बनें ?
जन्म से ही सारे अधिकार लड़को को ही क्यों मिलते है ?लडकियों को नहीं ?
जब दोनों से मिलकर संसार चलता है तो महिला का स्थान पुरुष से इतना नीचा क्यों है?
सूरज सी हैं तेज बेटियाँ
चाँद की शीतल किरन बेटियाँ
झिलमिल तारों सी होती है !
घर की हैं सौगात बेटियाँ !
कोयल का संगीत बेटियाँ
पायल की झंकार बेटियाँ
सात सुरों की सरगम जैसी
वीणा का वरदान बेटियाँ
घर की है मुस्कान बेटियाँ
लक्ष्मी का हैं मान बेटियाँ
माँ -बापू और सारे घर की
सचमुच होती जान बेटियाँ
दुर्गा ,इंदिरा , लक्ष्मीबाई
जैसी बने महान बेटियाँ
कर्म क्षेत्र में बढने को हैं
आज सभी तैयार बेटियाँ ।