sunita singh
Veerangna Group
भेद- भाव मिटाना है तो दिल से जुट जाओ।
लड़की- लड़का बराबर है, कह- कह के न छुपाओ ।
गर्भ में बेटी है तो, उसको न मिटाओ ।
आने दो संसार में और हौसला बढाओ।
बेटे को इंजिनियर तो, बेटी को डॉक्टर बनाओ ।
दोनों में भेद करके नाक न कटाओ ।
बुढ़ापे की लाठी सोच कर, सर पर न बैठाओ ।
बन सकता है, एक अच्छा इन्सान राक्षस न बनाओ ।
माँ- बाप हो , कर्तव्य भी बताओ ।
भेद – भाव को दिल से , जड़ तक मिटाओ ।।