रजनी रावत
मैं तो यह जानती हूँ कि यह अपराध जो दिल्ली में उस लड़की के साथ हुआ वह पूरे देश में फैला हुआ है । इसके लिए सभी लड़कियों को यह आवाज उठानी चाहिए कि जो भी व्यक्ति इस प्रकार के घृणित कार्य करते है उन्हें फाँसी होनी चाहिए , लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए की किसी भी स्थिति में जो भी व्यक्ति इस व्यक्ति इस तरह का अपराध करता है उसे निशिचत तौर से फाँसी होनी चाहिए , मेरा तो यही मानना है कि यदि ऐसा नहीं होगा तो यह निशिचत है कि ऐसी घटनाएँ आगे भी बढती जाएगी और हमारे देश में लड़कियां सुरक्षित नहीं रह पायेंगी । लेकिन यह शर्मनाक घटना तब और भी शर्मनाक बन जाती है जब हमारा कानून व न्यायालय लम्बी अवधि तक कानूनी दाव पेंचो, सबूतों और सुनवाई में लगा रहता है तब उनकी कार्य प्रणाली पर संदेह होता है कि उनका मकसद इस अपराध की सजा तय करना है या सबूतों की माप- तौल करना ।