केशव प्रजापति
District Institute of Educational Training, Baghpat
दिल्ली गैंग रेप की घटना अत्यंत दुखद घटना है । 16 दिसम्बर की रात हैवानियत का शिकार हुई ‘दामिनी’ की इस केस ने समग्र देश को हिला दिया है । लोग इंसाफ की गुहार क्र रहे है । इस आशा में है कि शायद ! दोषियों को फाँसी हो , सख्त से सख्त सजा मिले और साथ ही मिले उस लड़की की आत्मा को शान्ति , जो शिकार हुई इस घटना का । जो शायद आज भी ना सुनाई देने वाली इइंसाफ की आवाज दे रही है । हाल फिरहाल मेरा view / views ये है कि सभी आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हो (इसमें 5 आरोपी शामिल है ) छठा आरोपी जिसे नाबालिक बताया जा रहा है , उसके बारे में मेरा ये कहना है कि उसे भी सख्त से सख्त सजा हो न की उसे नाबालिक समझ कर कुछ महीनो बाद उसे रिहा कर दिया जाये ।संविधान या कानून में Amendmend की जरूरत नही हे , जरूरत है अपराध के अनुकूल सजा के प्राविधान की और ऐसा जघन्य अपराध करने वाला नाबालिक नही हो सकता । यहाँ बात अपराध की होनी चाहिए की किस प्रकार का अपराध उसने किया है अगर छठे आरोपी को सख्त सजा नही मिलती है तो कोर्ट को सिचन चाहिए की (छठा आरोपी) वह इतना एडल्ट है की वह रेप कर सकता है लेकिन इतना ,बालिग नही की उसे सजा दी जा सके। छठे आरोपी को भी सख्त से सख्त सजा मिले ताकि कोर्ट के फैसले पर लोगो को गर्व हो , शांति मिले ना की ,’न्याय ‘ नामक शब्द पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे ।