समस्त स्टाफ
कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विघालय
मडियाहूँ , जौनपुर
” मुझे इन चिरागों से डर लग रहा है
जला देंगे मेरा यह घर लग रहा है ,
सड़के है रोशन घरो में अंधेरे
मुझे यह अजूबा शहर लग रहा है “
हम और हमारे देश के प्रत्येक नागरिक जब तक यह मिलकर मंथन नही करेंगे तब तक महिलाओ की सुरक्षा सम्भव नही है तो बस कहना है – मंथन करो ,मंथन करो , मंथन करो ——