सुभाषिनी
कक्षा – आठ, कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय, मलीहाबाद
लड़कियों को कमज़ोर नहीं समझना चाहिए । दिल्ली रेप कांड में जो हुआ वह हमारे लिए ही नहीं पूरे संसार के लिए शर्मनाक घटना है , हम सभी लडकियाँ अपने समाज में कितनी असुरक्षित है हम चाह कर भी दामिनी के साथ हुए दुष्कर्म को सही न्याय नहीं दिला सके । पहले दिन जब हमारी टीचर ने हमें सब बताया तो हम सब सिहर गए । जब कुछ दिन के बाद वह मर गई तो हम सब ने सोचा कि काश वह जिन्दा होती तो कम से कम अपनी बात बताती । क्या हम लडकियाँ कभी भी सुरक्षित नहीं रहे पायेगे ? क्या पूरे जीवन हम लड़कियों को अपने होने का पछतावा होगा ? क्या दुराचारी लड़कों को हम सजा दिला पायेगें ? क्या स्त्रियों को न्याय मिलेगा ? क्या हमारे समाज में बदलाव होगा ? क्या हम एक प्रश्न ही बने रहेगें
If we all get together and fight all the wrongs that women are facing, if we work to change our own mindsets and those of others, then ofcourse our futures will change! The world will change if we work to change it, if we refuse to accept second class status and treatment! So work hard, assert your rights and your equality and demand equal treatment. Your lives WILL change!
Loving blessings
Urvashi di